- नगर पालिका अध्यक्ष का कथित ऑडियो वायरल - काम चाहिए तो समझौता करो!” छिंदवाड़ा (ईएमएस)। छिंदवाड़ा जिले की परासिया नगर पालिका एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गई है। नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवी का एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। वायरल ऑडियो में काम के बदले पांच प्रतिशत कमीशन, ठेकेदारों को “साधने” और टेंडर प्रक्रिया को प्रभावित करने जैसी बातचीत होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि, EMS टीवी इस ऑडियो की स्वतंत्र पुष्टि नहीं करता। वायरल ऑडियो को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि इसमें भारतीय जनता पार्टी के एक महामंत्री से जुड़े ठेकेदार को काम दिलाने और अन्य ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया से दूर रखने की बातचीत दर्ज है। आरोप है कि नगर पालिका अध्यक्ष ने नागपुर के एक ठेकेदार को फोन कर टेंडर न भरने के लिए कहा और इस दौरान पार्टी के बड़े नेताओं का हवाला भी दिया गया। सूत्रों के अनुसार, ऑडियो में प्रयुक्त कुछ शब्द और भाषा ऐसी है, जिन्हें पत्रकारिता के मानकों के तहत सार्वजनिक रूप से प्रसारित नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके, कथित ऑडियो की प्रकृति ने स्थानीय राजनीति में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामला सिर्फ ऑडियो तक सीमित नहीं बताया जा रहा। सूत्रों का दावा है कि नगर पालिका अध्यक्ष से जुड़े कुछ और ऑडियो के साथ-साथ वीडियो भी मौजूद हैं, जिनमें ठेकेदारों से कथित रूप से कमीशन और टेंडर मैनेजमेंट को लेकर बातचीत रिकॉर्ड होने की बात कही जा रही है। हालांकि इन दावों की भी अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वायरल सामग्री सामने आने के बाद परासिया की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है। विपक्ष इस मामले को भ्रष्टाचार का खुला उदाहरण बता रहा है, वहीं सत्तापक्ष की ओर से अब तक कोई स्पष्ट और आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इन कथित ऑडियो-वीडियो की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी? क्या नगर पालिका की टेंडर प्रक्रिया की स्वतंत्र जांच होगी? क्या पार्टी अपने ही नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी? फिलहाल, परासिया नगर पालिका से जुड़ा यह कथित ऑडियो-वीडियो मामला सिस्टम और सियासत, दोनों को कटघरे में खड़ा करता नजर आ रहा है। अब देखना यह होगा कि यह मामला जांच की दहलीज तक पहुंचता है या फिर सोशल मीडिया की वायरल क्लिप बनकर धीरे-धीरे ठंडा पड़ जाता है।